भारत दुनिया में डिजिटल लेनदेन के मामले में पहले स्थान पर आता है। यह मुकाम हासिल करने में UPI का बहुत बड़ा योगदान है। अभी इसमें केवल वे लोग शामिल है जो कंप्यूटर या स्मार्टफोन का उपयोग करके डिजिटल लेनदेन कर रहे हैं।
आंकड़ो के अनुसार भारत में अभी भी लगभग 40 करोड़ लोग फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्योंकि ये लोग स्मार्टफोन का उपयोग नहीं कर रहे हैं इसलिए यह UPI जैसी सेवाओं का लाभ नहीं उठा रहे थे। इसी समस्या को देखते हुए आरबीआई ने डिजिटल लेनदेन को बढावा देने के लिए 9 मार्च 2022 को “UPI 123PAY” नामक पेमेंट सिस्टम लॉच किया है। यह उन लोगों के लिए लाभकारी होगा जो फीचर फोन (कीपैड मोबाइल) का इस्तेमाल करके लेनदेन करना चाहते हैं।
यूपीआई 123PAY क्या है ?
UPI 123PAY एक इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है जिसे फीचर फोन के लिए विकसित किया गया है। इसके माध्यम से फीचर फोन उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट के भी यूपीआई (Unified Payment Interface) की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
अब 123PAY के माध्यम से फीचर फोन उपयोगकर्ता भी चार तरीकों से UPI आधारित लेनदेन कर सकते हैं। उन चार तरीकों में शामिल है –
- IVR नंबर पर कॉलिंग के माध्यम से
- ऐप फ़ंक्शनैलिटी के माध्यम से
- मिस कॉल आधारित अप्रोच से
- ध्वनि आधारित तकनीक से
IVR नंबर पर कॉलिंग के माध्यम से UPI लेनदेन
IVR नंबर के माध्यम से UPI लेनदेन करने के लिए आपको NPCI द्वारा पूर्व-निर्धारित नंबर(080 4516 3666 & 080 4516 3581 & 6366 200 200) पर कॉल करके लेनदेन की प्रक्रिया शुरु करनी होती है। कॉल करने पर आपको कंप्यूटरीकृत आवाज में UPI संबंधी निर्देश बताए जाएंगे जिनको फॉलो करके आप अपना UPI संबंधी लेनदेन बगैर इंटरनेट के पूर्ण कर सकते हैं।
IVR नंबर पर कॉलिंग हिन्दी, इंग्लिश, सहित कई भाषाओं में सुविधा मुहैया कराई गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग UPI 123PAY सेवा का लाभ उठा सकें।
UPI 123PAY इस्तेमाल करने के लिए आपके पास क्या क्या होना चाहिए
बैंक खाता – UPI 123PAY सेवा का लाभ लेने के लिए सबसे जरूरी चीज जो आपके पास होनी चाहिए वह है आपका बैंक खाता। आपका खाता किसी ना किसी भारतीय बैंक में होना चाहिए तभी आप UPI 123PAY सेवा का लाभ उठा सकते हैं। अन्यथा आपको किसी भी भारतीय बैंक के साथ अपना खाता खुलवाना पड़ेगा।
सामान्य फीचर फोन – UPI 123PAY सेवा का लाभ लेने के लिए आपके पास एक फोन होना चाहिए। बेशक बो स्मार्टफोन ना हो पर आपके पास कम से कम एक फीचर फोन (कीपैड वाला मोबाइल) होना ही चाहिए तभी आप UPI 123PAY सेवा का लाभ ले पाएंगे।
मोबाइल नंबर – UPI 123PAY यूपीआई 123पे सेवा का लाभ लेना के लिए आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक खाते से लिंक होना चाहिए जिससे आप पैसों का लेनदेन करते हैं या करना चाहते हैं।
डैबिट कार्ड – बैंक खाता, मोबाइल, मोबाइल नंबर के अलावा आपके पास डैबिट कार्ड भी होना चाहिए ताकि आप अपने मोबाइल पर यूपीआई 123पे सेवा को एक्टिवेट कर सको। ऊपर बताईं गईं चारों चीजें आपके पास होना चाहिए बगैर इनके आप अपने मोबाइल पर यूपीआई 123पे सेवा को एक्टिवेट नहीं कर सकते हैं।
फीचर फोन से UPI 123PAY का उपयोग कैसे करें ?
फीचर फोन से UPI 123PAY की सेवा का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले यूजर को UPI 123PAY पर रजिस्टर करना होगा इसके बाद आप यूपीआई की सभी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
UPI 123PAY पर रजिस्टर करें –
- UPI 123PAY पर रजिस्टर करने के लिए आपको IVR नंबर 080 4516 3666 पर कॉल करना होगा।
- अपनी मनपसंद भाषा का चुनाव करें
- बताए गए बैंकों कि लिस्ट से अपने बैंक को चुने
- बैंक खाते को वेरीफाई करें
- डेबिट कार्ड की डीटेल तथा ओटीपी डालकर अपना यूपीआई पिन सेट करें।
इतनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद आप UPI 123PAY पर रजिस्टर हो जाएंगे।
UPI 123PAY IVR के माध्यम से बिना इंटरनेट कनेक्शन के डिजिटल भुगतान करने के लिए आपको निम्न प्रक्रिया से गुजरना होगा।
यदि आप किसी को पैसे भेजना चाहते हैं तो नीचे दी गई प्रक्रिया के माध्यम से यह काम बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं।
- IVR नंबर 080 4516 3666 पर कॉल करें।
- पसंदीदा भाषा का चुनाव करें।
- बैंक का चुनाव करें जो यूपीआई से लिंक है।
- 1 बटन दबाकर जानकारी की पुष्टि करें।
- पैसे भेजने के लिए “1” बटन दबाएं।
- उस व्यक्ति का नंबर दर्ज करें जिसे आप पैसे भेजना चाहते हैं।
- जानकारी की पुष्टि करें।
- अब उतनी राशि (पैसे) दर्ज करें जितनी आप व्यक्ति को भेजना चाहते हैं।
- यूपीआई पिन डालकर मनी ट्रांसफर को अधिकृत करें।
IVR नंबर पर कॉल करके आप पैसे भेजने के अलावा भी बहुत सारे काम कर सकते हैं जिनमें इलैक्ट्रीसिटी बिल, एलपीजी गैस बिल, मोबाइल रीचार्ज, फास्ट टैग का रीचार्ज आदि बहुत सारे काम व्यक्ति यूपीआई 123पे के माध्यम से कर सकता है।
IVR प्रक्रिया
मिस कॉल आधारित अप्रोच से लेनदेन
UPI 123PAY के माध्यम से किसी दुकानदार को भुगतान करने के लिए यह सबसे आसान तरीका है। इस प्रक्रिया में दुकानदार ग्राहक के मोबाइल नंबर के लिए एक टोकन का निर्माण करता है जिसमें बिल संबंधी जानकारी जैसे कितना पैसा प्राप्त करना है आदि जानकारी होती है।
ग्राहक को दुकानदार द्वारा दिए गए नंबर पर मिस कॉल करनी होगी इसके बाद ग्राहक 08071 800 800 नंबर से कॉल प्राप्त करेगा जिसमें उससे लेनदेन की पुष्टि तथा पिन दर्ज करने को कहा जाएगा। यूपीआई पिन डालते ही उसका दुकानदार के साथ लेनदेन पूर्ण हो जाएगा।
मिस कॉल के माध्यम से भुगतान करने की प्रक्रिया
ऐप फंग्शनैलिटी के माध्यम से लेनदेन
UPI 123पे को ऐप के रूप में फीचर फोन में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस माध्यम में स्मार्टफोन की तरह फीचर फोन में यूपीआई का ऐप होगा जो स्मार्टफोन की UPI ऐप की तरह ही काम करेगा। फीचर फोन की यूपीआई ऐप में अभी स्केन एंड पे वाला फीचर को छोड़ के लगभग सभी वो फीचर हैं जो एक स्मार्टफोन की UPI ऐप में होते हैं। आरबीआई (RBI) का कहना है “हम इस फीचर पर काम कर रहे है यह जल्द ही उपलब्ध होगा”
फीचर फोन में ऐप को लेकर अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है की यह किसी तरह से डाउनलोड तथा इंस्टॉल किया जा सकेगा या फीचर फोन निर्माणकर्ता कंपनियों द्वारा पहले से ही इंस्टॉल किया हुआ आएगा।
UPI 123PAY ऐप भी बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के ही काम करेगा। क्योंकि यह बैंक के सर्वर से इंट्रैक्ट (interact) करने के लिए इंटरनेट के वजाए SMS का उपयोग करेगा जिससे UPI का सारा कार्य बगैर इंटरनेट के किया जा सके।
फीचर फोन में ऐप के माध्यम से भुगतान करने की प्रक्रिया
ध्वनि आधारित तकनीक से लेनदेन
इस तकनीक में ध्वनि तरंगों का सहारा लेकर कॉन्टेक्ट लेस लेनदेन किया जाता है। इसमें किसी प्रकार से इंटरनेट की जरूरत नहीं होती है और आसानी से लेनदेन किया जा सकता है।
टोनटैग जो एक स्टार्टअप है, उसने NSDL पेमेंट बैंक तथा NPCI के साथ मिलकर इस तकनीक को बनाया है ताकि ध्वनि के माध्यम से ऐसी जगहों पर भुगतान किया जा सके जहाँ इंटरनेट ठीक से नहीं पहुँचता है।
यह तकनीक नेटवर्किंग को सक्षम करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है और इसलिए किसी भी डिवाइस पर संपर्क रहित ऑफ़लाइन डेटा संचार करने में मदद करती है।
ध्वनि आधारित लेनदेन की प्रक्रिया में यूजर को IVR नंबर 6366 200 200 पर कॉल करनी होगी और “Pay to Merchant” (व्यापारी को भुगतान) विकल्प का चुनाव करना होगा। इसके बाद यूजर अपना फोन दुकानदार की POD (Proof of Delivery) डिवाइस पर टैप करेगा। जैसे ही POD एक अनोखी ध्वनि को निकालेगा यूजर को # बटन को दबाना होगा। इसके बाद यूजर को भुगतान की राशि डालनी होगी फिर पिन डालकर लेनदेन को ऑथोराइज करना होगा।
इतना करते ही लेनदेन पूर्ण हो जाएगा जिसके स्टेटस की जानकारी यूजर को IVR कॉल के माध्यम से प्राप्त होगी।
ध्वनि आधारित तकनीक से लेनदेन करने की प्रक्रिया
UPI 123PAY के क्या फायदा हैं
यूपीआई 123पे के बहुत से फायदे हैं। हमारा भारत देश डिजिटल लेनदेन के मामले में चाइना जैसे बड़े देशों को भी पछाड़ चुका है। यह तब हुआ जब फीचर फोन उपयोगकर्ता डिजिटल लेनदेन करने में सक्षम नहीं हैं।
UPI 123पे आ जाने से फीचर फोन उपयोगकर्ता भी अपने फोन के माध्यम से लेनदेन करने में सक्षम हो जाएंगे। और इसके बहुत सारे फायदे हैं –
- पैसों के लेनदेन के लिए स्मार्टफोन पर निर्भरता नहीं रहेगी।
- UPI 123PAY के माध्यम से लेनदेन करने के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी।
- UPI 123PAY से पैसों के लेनदेन के अलावा बिलों का भुगतान भी किया जा सकता है। जिसमें बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज, फास्ट टैग रिचार्ज आदि जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
UPI 123PAY की जरूरत क्यों पड़ी
हम डिजिटल लेनदेन के मामले में चीन, अमेरिका जैसी महाशक्तियों को पीछे छोड़ चुके हैं। डिजिटल लेनदेन के लिए भारत दुनिया में पहले पायदान पर है। इसके बावजूद हमारे देश के लगभग 40 करोड़ लोग फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं यह वे लोग हैं जो किसी भी तरह से डिजिटल लेनदेन नहीं कर सकते। यह लोग एक स्मार्टफोन को भी अफोर्ड (afford) नहीं कर सकते हैं।
ऐसे लोग जो एक स्मार्टफोन और इंटरनेट अफोर्ड नहीं कर सकते उनके लिए ही NPCI द्वारा यूपीआई 123पे लाया गया है ताकि यह लोग भी पैसों को डिजिटली लेनदेन कर सकें और ये लोग भी देश के डिजिटल देनदेन का हिस्सा बन सकें। हमारे देश का एक सपना है। कैसलैस अर्थव्यवस्था बनने का, इसी की तरफ यह अगला कदम है।
यूपीआई 123पे की जरूरत हमें इसलिए पड़ी क्योंकि हमारे देश में लगभग 40 करोड़ लोग अभी भी फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत में अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं होती है और उनका बैंक गांव से काफी दूर होता है।
इसमें कोई संदेह नहीं है की UPI जैसी तकनीक आ जाने के बाद ही भारत दुनिया में डिजिटल लेनदेन के मामले में पहले स्थान पर आ खड़ा है।
यह उन 10 देशों की सूची हो जो 2020 के अनुसार रियलटाइम लेनदेन करते हैं। यह आंकड़े मिलियन में हैं।
UPI 123PAY आ जाने के बाद इन आंकड़ों में और वृद्धि दिखेगी क्योंकि अब भारत का आम जन जिसके पास स्मार्टफोन नहीं है, जिसके पास इंटरनेट नहीं है वह भी डिजिटली लेनदेन कर सकेगा और भारत की ग्रोथ का हिस्सा बनेगा।
डिजिसाथी (digisaathi.info)
इस देश में ज्यादा से ज्यादा लोग नगद से डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ रहे हैं। इस रूपांतर में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समस्या डिजिटल लेनदेन से संबंधित होती है तो लोगों को पता भी नहीं होता की कहाँ जाए कहाँ इसकी शिकायत करें। लोगों की समस्याओं तथा शिकायतों को दूर करने के लिए ही डिजिसाथी प्लेटफॉम बनाया गया है।
डिजिसाथी क्या है ?
डिजिटली पैसों के लेनदेन मैं आने वाली समस्याओं के निपटारे के लिए डिजिसाथी नामक प्लेटफॉम का निर्माण किया गया है ताकि लोगों के लेनदेन संबंधी समस्याओं को जाना ज सके तथा समस्याओं का समाधान भी उन लोगों तक पहुँचाया जा सके।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने 123पे का समर्थन करने के उद्देश्य से डिजिटल भुगतान के लिए 24×7 हैल्पलाइन शुरु की है।
उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान और शिकायतों पर अपने प्रश्नों के लिए www.digisaathi.info पर जा सकते हैं या फोन से 14431 और 1800 8913333 पर कॉल कर सकते हैं। यहाँ पर उपयोगकर्ताओं कि शिकायत या सवाल हिन्दी तथा अंग्रेजी भाषा में कर सकते हैं।